हरो आप स्वामी कुबुध्दी हमार। करो दूर मेरे दुखो का पहार।।३।। हरो आप स्वामी कुबुध्दी हमार। करो दूर मेरे दुखो का पहार।।३।।
आंखों आंखों में प्यार का किया इकरार तो अब लबों को भी दो आवाज। आंखों आंखों में प्यार का किया इकरार तो अब लबों को भी दो आवाज।
सद्बुद्धि पा बदल सको तुम, पर हम यही प्रार्थना करते। सद्बुद्धि पा बदल सको तुम, पर हम यही प्रार्थना करते।
रुक रुक कर ये प्यासी आँखें, देख रही हैं किसकी राहें। बींधे मन के दुख से निकली, रुक रुक कर ये प्यासी आँखें, देख रही हैं किसकी राहें। बींधे मन के दुख से निकली,
सुन यार ये इश्क़ रूह से रूह का था तुम ही बोलो इसे कैसे भूल जाये हम। सुन यार ये इश्क़ रूह से रूह का था तुम ही बोलो इसे कैसे भूल जाये हम।
किसी से, दिल लगा। रह गया, मैं ठगा। किसी से, दिल लगा। रह गया, मैं ठगा।